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ड्रग्स की दुनिया का बेताज बादशाह Mexico El Chapo ; -


          ड्रग्स की दुनिया का बेताज बादशाह Mexico El Chapo ; -

जैसा की आप सब जानते हो की एल चापो का जन्म 4 अप्रैल 1957 में मैक्सिको के शहर सेनलुआ में हुआ था।  इनका जन्म बहुत ही गरीब परिवार में हुआ था , इनके पिता जी एक चरवाहे और माता ग्रहणी थी। इनका पूरा नाम जेकिन एल चापो गुजमान था , एल चापो नाम इनकी छोटी लम्बाई की वजह से पड़ा। इनका पढ़ाई में मन नहीं लगता था ,और स्कूल भी इनके घर से करीब 100 किलोमीटर था।  जिसकी वजह स इनका पढ़ाई में मन नहीं लगता था। ये बचपन में संतरे और सब्जियाँ बेचा करता था। 


El Chapo; जुर्म की दुनिया में कैसे आया -

आप सब जानते ही होंगे इसके चाचा जी एक ड्रग डीलर थे, जिसकी वजह से इन्हे धीरे धीरे आभास हुआ की मेरा जन्म पढ़ाई और संतरे बेचने क लिए नहीं हुआ बल्कि जुर्म की दुनिया क लिए हुआ था। जब मैक्सिको ड्रग से जल रहा था तब यह जुर्म की दुनिया में आया।  ( 1970 - 1980 ) में ड्रग्स बहुत ज्यादा थे , अमेरिका में 50 % से अधिक ड्रग्स मैक्सिको से आते थे। हालांकि हर जगह इसके ड्रग्स जाते थे , और साऊथ अमेरिका से पूरी दुनिया में ड्रग्स सफ्लाई होते थे।  


El Chapo; मैक्सिको को ड्रग लार्ड कैसे बना -

एल चापो मैक्सिको का होने के साथ-साथ उसे पुरे मैक्सिको के चप्पे-चप्पे की जानकारी थी। पहले तो एल चापो एक बीच में दलाल बना ,क्योकि यह निडर भी था और इसे पुरे शहर की जानकारी भी थी। इसलिए इसने इसने य काम शुरू कर दिया। और यह किसी से भी डरता नहीं था सामने कितने भी पुलिस वाले सामने हो और इसके ट्रक में ड्रग भरी हुई हो, ये उसे लेके निकल जाता था कहता था कि इसमें तो सब्जियाँ भरी हुई हे पकड़ लो पकड़ना हे तो। ऐसे बात करता था जैसे उसमे कुछ भी न हो। ऐसे करते-करते इसने अपना कारोबार फैला लिया और 1980 आते ही ड्रग कि दुनिया में अपनी बहुत पकड़ बना ली , और पुरे मैक्सिको में अपना दबदबा बना दिया। 


उस समय बहुत सारे छोटे-छोटे ग्रुप थे , जो आपस में लड़ते झड़ते रहते थे।  और कई बार उनमे युद्ध भी हो जाता था। लेकिन 1980 के बीच में पाबलो एस्कोबार की हत्या कर दी गयी और उसका जमाना भी ख़तम हो गया 1980 को पुरे होते ही।  उसके बाद जो सबसे ड्रग लार्ड जो बना वो मिगबील फ्लोक्स बना।  मिगबील फ्लोक्स ने जब DAE एजेंट को किडनेप करके उसकी दर्दनाक हत्या कर दी थी। तब मिगबील को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया। जबकि मिगबील फ्लोक्स का ग्रुप मैक्सिको का सबसे ड्रग का ग्रुप था। उसके बाद आया एल चापो का सेनलुआ ग्रुप आता था 

सेनलुआ ग्रुप और मिगबील फिलेक्स ग्रुप -

एल चापो की सबसे बड़ी बात यह थी की अगर कोई काम नहीं कर रहा हे तो उसको सजा नहीं देता था सीधे मार दिया करता था। सेनलुआ ग्रुप 13 - 13 साल की लड़कियों को किडनेप करता था। उन्हें पहले ड्रग देता था और फिर उनका रेप करता था ,फिर उन्हें डरा धमका के उनसे ड्रग सफ्लाई करवाता था। उनसे ये काम इसीलिए करवाता था की छोटे बच्चो को कोई पड़ता नहीं था। और ये बहुत ही क्रूर था ये उनकी बॉडी पार्ट्स में भी ड्रग भर दिया करता था। जब सफ्लाई करवाता था। 


El Chapo; की पहली बार गिरफ्तार - 

1993 क्या हुआ था कि एक रंजिश में एक पादरी कि मोत हो गयी थी , जिसमे एल चापो का भी नाम आया और इसे उसी के आधार पर गिरफ्तार कर लिया गया। और इसे जेल भेज दिया गया ,वहा ये 1 से 8 साल तक एैसो आराम से रहा उसके बाद ऐसा बोला जाता हे कि उस जेल में हर गार्ड को इसने खरीद लिया था। वहा इसने अपने पुरे 2.5 मिलियन डॉलर खर्च किये थे ,जिससे इसने पूरी जेल को खरीद लिया था।  और 2001 में ये वहा से भागने में कामयाब हुआ।  

El Chapo; की दूसरी गिरफ़्तारी -


यह जेल से आकर 13 साल तक खूब आराम से रहा और 2014 में इसने फिर एक ओप्रेेशन चलया था और उसी दौरान इसे गिरफ्तार कर मैक्सिको की सबसे हाई सिक्योरिटी सेल में रखा गया। वैसे इसके ऊपर आरोप ये भी था की इसने मैक्सिको के प्र्धानमंत्री को 5 मिलियन डॉलर दिए थे।  क्योकि इतना बड़ा कारोबार बिना सर्कार की अनुमति क चल ही नहीं सकता। लेकिन इनमे कुछ अच्छे आदमी भी थे जिन्होंने अपना ईमान महि बेचा और आखिर तक लड़े।  

1.5 साल जेल में रहा और उसके बाद वहा से बाथरूम में खड्डा खोद के भाग गया। और बाद म पता चला क्योकि बाथरूम ही एक ऐसा एकमात्र रास्ता था जो इतनी हाई सिक्योरिटी जेल से भागने का क्योकि मैं लाइन से भी जुड़ा होता हे। तो इसने जैसे ही खड्डा खोदा वहा पर इसे बाइक तैयार मिली उसमे भी प्रसासन शामिल था। और ऐसा बोला जाता हे किवहा स भागने में इसकी मदद इसकी पत्नी ने कि और इसी जुर्म में इसकी पत्नी को भी सजा हुई। 

El Chapo; पर केस और सजा -

जेल से बहार आकर ये 6 महीने तक बढ़िया रहा और फिर इसे इसके बगलें से इसे गिरफ्तार कर लिया। इसमें आपमेरिका ,DAE और मेक्सिकन स्पेशल फोर्सेस भी शामिल थी।  इन सब ने ओप्रशन चलाया तब जाके ये पकड़ में आया।  फिर उसके बाद इस पर बहुत दिन तक मुकदमा चला। और आखिर 2019 में इसे 30 साल कि सजा हो गयी    



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